मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खरीदी केंद्रों पर भीड़ न लगे, इस बात का इस बार विशेष विशेष ध्यान रखा जाना है। इसके लिए यह आवश्यक है कि किसानों को एसएमएस. और अन्य सूचना माध्यमों से सूचना दी जाए कि उन्हें किस दिन खरीदी केंद्र पर फसलें बेचने आना है। किसान उसी दिन अपनी फसल बेचने ख़रीदी केंद्र पर आएं।
समर्थन मूल्य पर 100 लाख एमटी गेहूं की खरीदी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस बार लगभग 100 लाख एमटी गेहूं तथा 10 लाख एमटी चना, मसूर, सरसों की समर्थन मूल्य पर खरीदी की जानी है। श्री चौहान ने निर्देश दिये कि खरीदी केंद्रों पर बारदाना, हम्माल, मजदूर, परिवहन भंडारण आदि सभी व्यवस्थाएं अच्छी से अच्छी की जाएं। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष परिवहन की बहुत समस्या आई थी। श्री चौहान ने इस बार परिवहन की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिये कहा। उन्होने कहा कि जिन पुराने परिवहन कर्ताओं के रिकॉर्ड खराब हैं, उन्हें इस बार न लगाया जाए।
पी पी बैग्स से होगा उपयोग
प्रमुख सचिव खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण श्री शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि जूट के बोरों की अनुपलब्धता के कारण इस बार पीपी बैग में ही खरीदी का कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हमारे पास 64 लाख मीट्रिक टन खरीदी के लिए पीपी बैग उपलब्ध हैं। साइलो केंद्रों में खरीदी क्षमता 9 लाख टन है। पीपी बैग्स खरीदी के आदेश जारी किए जा चुके हैं। प्रदेश में 115 लाख मीट्रिक टन रबी फसलों की खरीदी के लिए पीपी बैग्स की व्यवस्था कर रहे हैं।
4 हज़ार समर्थन मूल्य खरीदी केंद्र
श्री शिव शेखर शुक्ला ने बताया गत वर्ष प्रदेश में 3545 खरीदी केंद्र थे, जिन्हें बढ़ाकर इस वर्ष 3813 कर दिया गया है। इसके अलावा नए केंद्र भी बनाए जा रहे जा रहे थे। कुल खरीदी केंद्रों की संख्या 4000 तक हो जाएगी।
वीडियों कान्फ्रेंस में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस एवं सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित थे ।